बेहतर नेटवर्क के लिए बीएसएनएल ने लगाए 15,000 टावर, जल्द मिलेगा 4जी और 8 महीने बाद मिलेगा 5जी

नई दिल्ली भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की सेवाएं इस्तेमाल करने वालों के दिन जल्द ही बदल सकते हैं। अब तक कमजोर नेटवर्क की शिकायतें झेल रही कंपनी ने इस समस्या का समाधान निकालना शुरू कर दिया है। इसके लिए बीएसएनएल ने हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश पश्चिमी सर्किल में 15,000 नेटवर्क टावर लगाए हैं। आने वाले दिनों में 80,000 और टावर लगाए जाएंगे.

इसके अतिरिक्त, कंपनी ने एक नया 4जी और 5जी-रेडी ओवर-द-एयर (ओटीए) और यूनिवर्सल सिम (यूएसआईएम) प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। इसका उद्देश्य सरकार की “आत्मनिर्भर भारत” पहल के तहत बीएसएनएल की सेवाओं और कनेक्टिविटी की गुणवत्ता में सुधार करना है। इस प्लेटफॉर्म से यूजर्स को बिना किसी क्षेत्रीय प्रतिबंध के अपना सिम कार्ड बदलने की सुविधा मिलेगी। इसे दूरसंचार विकास कंपनी पायरो होल्डिंग्स के सहयोग से विकसित किया गया है।

यूजर्स को तेज नेटवर्क स्पीड और बेहतर कवरेज मिलता है
बीएसएनएल के 4जी और 5जी-रेडी ओटीए प्लेटफॉर्म का शुक्रवार को चंडीगढ़ में उद्घाटन किया गया और तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में एक आपदा रिकवरी साइट स्थापित की गई। इस नए प्लेटफॉर्म का लक्ष्य बीएसएनएल की दूरसंचार सेवाओं और नेटवर्क क्षमताओं में सुधार करना है, ताकि देश भर के उपयोगकर्ताओं को तेज नेटवर्क गति और बेहतर कवरेज मिल सके। इसके अलावा यह प्लेटफॉर्म नंबर पोर्टेबिलिटी और सिम स्विचिंग प्रक्रिया की भी सुविधा देता है।

यह भी पढ़ें- बीएसएनएल यूजर्स को भी मिलेगी हाई स्पीड इंटरनेट सुविधा, कंपनी दिसंबर 2025 तक लॉन्च करेगी 5G सर्विस

बीएसएनएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रवि ए. रॉबर्ट जेरार्ड ने कहा कि यह प्लेटफॉर्म उन ग्राहकों के लिए बहुत उपयोगी होगा जो बिना किसी क्षेत्रीय बाधा के अपना सिम बदलना चाहते हैं। यह सिम कार्ड पर सिम प्रोफ़ाइल और रिमोट फ़ाइल प्रबंधन को अपडेट करने में भी मदद करेगा।

हमें 4G कब मिलेगा और 5G कब मिलेगा?
यह प्लेटफॉर्म भारत में 4G और 5G दोनों नेटवर्क को सपोर्ट करता है। बीएसएनएल का कहना है कि 4जी सेवाएं मार्च 2025 तक पूरी तरह चालू हो जाएंगी और 5जी सेवाएं 6 से 8 महीने बाद लॉन्च की जा सकती हैं। बीएसएनएल का मानना ​​है कि यह प्लेटफॉर्म ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में डिजिटल विभाजन को पाटने में मदद करेगा और “आत्मनिर्भर भारत” पहल को भी मजबूत करेगा।

बीएसएनएल पहले ही हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश पश्चिम सर्कल में 15,000 नेटवर्क टावर स्थापित कर चुका है और अक्टूबर 2024 तक 80,000 और टावर जोड़ने का लक्ष्य है। इसके अतिरिक्त, बीएसएनएल का क्लाउड-आधारित 4जी कोर नेटवर्क भी भविष्य में 5जी सेवाओं का समर्थन करने में सक्षम होगा।

टैग: 4जी नेटवर्क, 5जी नेटवर्क

Source link

Leave a Comment