नई दिल्ली:
जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के ऊंचे इलाकों में बुधवार को एक ऑपरेशन के दौरान आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के एक कैप्टन शहीद हो गए. माना जा रहा है कि मुठभेड़ में चार आतंकी भी मारे गए हैं. कैप्टन दीपक भारतीय सेना की 48 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे। जानकारी के मुताबिक कैप्टन दीपक एक बेहतरीन हॉकी खिलाड़ी भी थे. उन्होंने कई मौकों पर शानदार प्रदर्शन किया था.
जानकारी के मुताबिक कैप्टन दीपक तत्काल रिस्पांस टीम का नेतृत्व कर रहे थे. बता दें कि हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में एक के बाद एक कई आतंकी घटनाएं हुई हैं। मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाले 25 वर्षीय कैप्टन दीपक का पार्थिव शरीर गुरुवार को देहरादून लाया जाएगा। उनका परिवार दून के रेस कोर्स में रहता है।
#जनरल उपेन्द्र द्विवेदी #सीओएएस और सभी रैंक के #भारतीय सेना के महान बलिदान को सलाम #बहादुर जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले कैप्टन दीपक सिंह ने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। https://t.co/h7jd1kRr4B
– एडीजी पीआई – भारतीय सेना (@adgpi) 14 अगस्त 2024
अधिकारियों ने बताया कि शिवगढ़-असर बेल्ट में छिपे विदेशी आतंकवादियों की तलाश में सुरक्षा बलों और पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया और इस दौरान घने वन क्षेत्र में दोनों के बीच लड़ाई शुरू हो गई. उन्होंने बताया कि आतंकियों के साथ मुठभेड़ में कैप्टन दीपक सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली.
अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से खून से भरे चार बैग मिले हैं. इससे पता चल रहा है कि मुठभेड़ में चार आतंकी मारे गए हैं. इसके अलावा वहां से एम-4 कार्बाइन भी बरामद की गई है. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) आनंद जैन ने दोपहर करीब दो बजे संवाददाताओं को बताया कि इलाके में ऑपरेशन अभी भी जारी है. सेना ने अधिकारी की मौत पर गहरा दुख जताया और कहा कि सेना शोक संतप्त परिवार के साथ है. सेना ने कहा कि ‘व्हाइट नाइट कोर’ के सभी रैंक बहादुर कैप्टन दीपक सिंह के महान बलिदान को सलाम करते हैं।
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