नई दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रथम उप प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ ने कहा है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि देश ज्यादा रोजगार पैदा नहीं कर पाया है. उन्होंने कहा कि विकास की गति को और बढ़ाने के लिए मानव पूंजी में निवेश कर जनशक्ति बढ़ाने की जरूरत है. उन्होंने देश में नौकरियां बढ़ाने के लिए कुछ सुझाव भी दिये.
एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा कि सिर्फ कुछ सेक्टरों पर फोकस करके बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा नहीं किया जा सकता. उनका कहना है कि इसके लिए कुछ इलाकों को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए. गीता गोपीनाथ के मुताबिक व्यापार प्रतिबंध हटाना भी इसमें अहम भूमिका निभा सकता है. उन्होंने कहा, “सार्वजनिक बुनियादी ढांचे में निवेश पहले से ही हो रहा है और इससे निश्चित रूप से मदद मिलेगी।”
उन्होंने भारत में निजी निवेश को लेकर भी काफी बातें कीं. उन्होंने कहा कि सरकारी निवेश तो अच्छा चल रहा है लेकिन निजी निवेश बढ़ाने की जरूरत है. गीता गोपीनाथ का मानना है कि भारत को अपनी शिक्षा प्रणाली में बदलाव करना होगा। उन्होंने कहा कि इसे इस तरह बनाना होगा कि श्रम शक्ति को और अधिक कुशल बनाया जा सके. उन्होंने कारोबार करने में आसानी बढ़ाने की भी बात कही.
गीता गोपीनाथ ने कहा है कि अगर हम भारत के कार्यबल की शिक्षा को देखें तो यह तुलनात्मक रूप से बहुत कम है। उन्होंने कहा कि इसके लिए देश में कौशल विकास पर काम करना जरूरी है. गोपीनाथ ने एक अन्य कार्यक्रम में कहा कि भारत को 2030 तक 14.8 करोड़ अतिरिक्त नौकरियां पैदा करने की जरूरत है.
पहले प्रकाशित: 17 अगस्त, 2024, शाम 6:40 बजे IST