नई दिल्ली:
‘वक्फ संशोधन विधेयक 2024’ पर विस्तार से चर्चा के लिए गठित जेपीसी की पहली बैठक 22 अगस्त को हो सकती है. बताया जा रहा है कि संसद के दोनों सदनों के सांसदों से बनी संयुक्त संसदीय समिति की इस पहली बैठक में अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने ‘वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024’ और इस विधेयक पर चर्चा की. प्रस्तावित संशोधनों के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी।
इस बैठक में सभी कानूनी पहलुओं से जुड़ी जानकारी स्पष्ट करने के लिए कानून एवं न्याय मंत्रालय के विधायी एवं कानूनी कार्य विभाग से जुड़े अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.
आपको बता दें कि ‘वक्फ (संशोधन) विधेयक-2024’ पर चर्चा के लिए बने दोनों सदनों के इस संयुक्त पैनल में 31 सदस्य हैं. इनमें लोकसभा के 21 और राज्यसभा के 10 सदस्य हैं.
ये लोकसभा के सदस्य हैं
लोकसभा सदस्यों में जगदंबिका पॉल, निशिकांत दुबे, तेजस्वी सूर्या, अपराजिता सारंगी, संजय जयसवाल, दिलीप सैकिया, अभिजीत गंगोपाध्याय, डी.के. अरुणा, गौरव गोगोई, इमरान मसूद, मोहम्मद जावेद, मौलाना मोहिबुल्लाह, कल्याण बनर्जी, ए. राजा, लावू श्रीकृष्ण देवरायलु, दिलेश्वर कामेत, अरविंद सावंत, एम सुरेश गोपीनाथ, नरेश गणपत मश्के, अरुण भारती, असदुद्दीन ओवैसी।
ये राज्यसभा के सदस्य हैं
इसके साथ ही बृज लाल, मेधा विश्राम कुलकर्णी, गुलाम अली, राधा मोहन दास अग्रवाल, सैयद नसीर हुसैन, मोहम्मद नदीमुल हक, वी विजयसाई रेड्डी, एम मोहम्मद अब्दुल्ला, संजय सिंह और डी वरिंदर हेगड़े को राज्यसभा से शामिल किया गया है। समिति
समिति का अध्यक्ष बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल को बनाया गया है. जेपीसी को विधेयक पर विचार करने के बाद संसद के अगले सत्र के पहले सप्ताह के आखिरी दिन अपनी रिपोर्ट सौंपनी है.