ट्रेन के टॉयलेट में नहीं होगी पानी की कमी, रेलवे ने निकाला हैरान करने वाला उपाय, पहली बार किया इस हाईटेक सिस्टम का इस्तेमाल

नई दिल्ली ट्रेनों में सफर के दौरान अक्सर पानी की कमी हो जाती है. ऐसे में यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. क्योंकि, भारतीय रेलवे ने ‘एडवांस्ड वॉटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम’ शुरू कर दिया है, जिसे ट्रायल के तौर पर ब्रह्मपुत्र मेल एक्सप्रेस में लगाया गया है. इस उन्नत प्रणाली का उद्देश्य ट्रेनों में यात्रियों को लगातार पानी उपलब्ध कराना है। नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे ट्रेनों में हाईटेक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार काम कर रहा है. इनमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता और IoT आधारित सेवाएँ शामिल हैं। एनएफआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने कहा कि जल स्तर संकेतक, एक वास्तविक समय जल निगरानी प्रणाली, कामाख्या रेलवे स्टेशन पर ब्रह्मपुत्र मेल एक्सप्रेस के एक रेक पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में स्थापित की गई है।

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कैसे काम करेगा ये सिस्टम?

इस नए हाईटेक सिस्टम से लगातार पता चलता रहेगा कि ट्रेन के किस कोच के टैंक में कितना पानी बचा है. जैसे ही पानी का स्तर 30 फीसदी से नीचे चला जाएगा, तुरंत कैरेज कंट्रोल तक अलर्ट पहुंच जाएगा. इसके बाद ट्रेन में तैनात स्टाफ और अगले पानी भरने वाले स्टेशन, जहां से ट्रेन गुजर रही है, को इसकी जानकारी मिल जाएगी.

जल स्तर निगरानी प्रणाली में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का उपयोग करके ऐसी व्यवस्था की गई है कि अब ट्रेन के डिब्बों में पानी की कमी नहीं होगी। अगर यह प्रयोग सफल रहा तो अन्य ट्रेनों में भी यह सुविधा दी जाएगी।

उत्तर पूर्व सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में कामाख्या रेलवे स्टेशन पर ब्रह्मपुत्र मेल में यह पहल शुरू की गई। उन्होंने कहा कि इस सुविधा से ट्रेनों में यात्रियों को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी.

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