नई दिल्ली:
बंगाली अभिनेत्री श्रीलेखा मित्रा ने मलयालम फिल्म निर्देशक और राज्य के स्वामित्व वाली केरल चलचित्रा अकादमी के अध्यक्ष रंजीत के खिलाफ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है, जिससे केरल की पिनाराई विजयन सरकार के लिए एक नई समस्या खड़ी हो गई है। दरअसल, जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट पर कथित तौर पर कार्रवाई नहीं करने को लेकर केरल सरकार विपक्ष के निशाने पर है। रिपोर्ट में मलयालम सिनेमा उद्योग में महिलाओं के उत्पीड़न और शोषण के मामले सामने आए, जिसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। फिल्म निर्माता ने कथित तौर पर मित्रा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह इस मामले के ‘असली पीड़ित’ हैं।
लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) का प्रमुख घटक दल सीपीआई बंगाली अभिनेत्री श्रीलेखा मित्रा के आरोपों की जांच की मांग कर रहा है। न्यायमूर्ति हेमा समिति के निष्कर्षों पर मचे हंगामे की पृष्ठभूमि में श्रीलेखा मित्रा कई साल पहले की एक घटना को याद करती हैं।
मित्रा ने कोलकाता में पीटीआई-भाषा को बताया, ”संबंधित व्यक्ति (रंजीत) मलयालम फिल्म उद्योग में एक बड़ा नाम और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक है।” मैं एक आगामी फिल्म प्रोजेक्ट पर चर्चा करने के लिए उनके घर गया था और मुझे उनका व्यवहार पसंद नहीं आया। उन्होंने कुछ बातें गुप्त रूप से कही और जब हम स्क्रिप्ट पर चर्चा कर रहे थे तो मुझे असहज महसूस हुआ।
उन्होंने कहा, ‘मैंने तुरंत प्रोजेक्ट का हिस्सा न बनने के अपने फैसले के बारे में बताया, चली गई और अगले दिन कोलकाता लौट आई। मुझे नहीं पता कि उन्होंने फिल्म उद्योग में अन्य महिला कलाकारों के साथ भी ऐसा ही व्यवहार किया है या नहीं। अगर उन्हें ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा है तो यह उन पर निर्भर है कि वे खुलकर बोलते हैं या नहीं। यह संभव है कि उसकी शक्ति और प्रभाव अन्य लोगों को चुप करा दे।
केरल में कई लोगों ने रंजीत से फिल्म अकादमी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की मांग की. मशहूर फिल्म निर्माता डॉ. बीजू समेत कई लोग रंजीत के खिलाफ सामने आए।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)