उत्तराखंड को जल्द ही नया एक्सप्रेसवे मिलने वाला है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे का काम लगभग पूरा हो चुका है। उम्मीद है कि इस साल दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे जनता के लिए खोल दिया जाएगा और लोग महज 2.5 घंटे में दिल्ली से देहरादून तक का सफर तय कर सकेंगे. इस एक्सप्रेसवे के खुलने से दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय 4 घंटे कम हो जाएगा. साथ ही पूरे क्षेत्र में आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा.
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा इस साल के अंत तक खुलने की उम्मीद है। जबकि पूरा एक्सप्रेसवे मई 2025 में पूरा होने वाला है. एक्सप्रेसवे पर कुल 25 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड होगी. जिनमें से 6 किमी खुली हैं और 14 किमी सुरंगों में हैं। छह लेन का यह हाईवे प्राचीन जंगल से होकर गुजरेगा।
- इस एक्सप्रेसवे से दोनों शहरों के बीच की दूरी 235 किमी से घटकर 210 किमी रह जाएगी.
- 210 किलोमीटर की दूरी 6.5 घंटे की जगह सिर्फ 2.5 घंटे में तय की जा सकेगी.
- यह एक्सप्रेसवे बागपत, बड़ौत, शामली और सहारनपुर से होकर गुजरेगा.
- एक्सप्रेसवे के हर 25-30 किलोमीटर पर यात्री सुविधाएं होंगी.
- हाईवे पर छात्रों के लिए सुरक्षित क्रॉसिंग भी बनाई गई है।
- एक्सप्रेसवे को 100 किमी प्रति घंटे की गति के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- यह एशिया का सबसे लंबा एलिवेटेड वन्यजीव गलियारा (12 किमी) और पशु अंडरपास होगा।
- एक्सप्रेसवे से हरिद्वार तक 51 किमी का लिंक भी होगा।
- यह एक्सप्रेसवे 12 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से बनाया जा रहा है.
- यह कुल छह लेन का होगा।

दिल्ली में कहां से होगी शुरुआत?
6-लेन एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होगा और इसमें गीता कॉलोनी, शमशान घाट (कैलाश नगर), सोनिया विहार, विजय विहार और मंडोला में सात प्रवेश बिंदु होंगे। खजूरी चौक, सोनिया विहार, विजय विहार निकास बिंदु होंगे। उत्तर प्रदेश से दिल्ली आने वाले यातायात के लिए, मंडोला, विजय विहार और पंचवन पुश्ता प्रवेश बिंदु होंगे, जबकि यात्री मंडोला, लोनी, विजय विहार, शमशान घाट (कैलाश नगर), गीता कॉलोनी और अक्षरधाम से बाहर निकल सकेंगे। यह एक्सप्रेसवे बागपत, बड़ौत, शामली और सहारनपुर से होकर गुजरेगा.
आर्थिक विकास को गति मिलेगी
सरकार के मुताबिक इससे क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे. साथ ही हाईवे से जुड़े इलाके की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. यह एक्सप्रेसवे उत्तराखंड में पर्यटन को और बढ़ावा देगा।
कितना लगेगा टोल टैक्स?
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर अक्षरधाम से लोनी बॉर्डर तक टोल टैक्स नहीं देना होगा. बताया जा रहा है कि पहले 18 किलोमीटर तक टोल नहीं वसूला जाएगा. इसके बाद ही टोल टैक्स देना होगा. कितना टोल वसूला जाएगा इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है.
पर्यावरण का भी ख्याल रखा गया
एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रहे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अनुसार, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के लगभग 16 किलोमीटर लंबे हिस्से पर 7,575 पेड़ काटे गए हैं और इसकी भरपाई के लिए 1.76 लाख से अधिक पेड़ लगाए जाने हैं। पहले इस एक्सप्रेसवे का काम पिछले साल (2023) पूरा होने की उम्मीद थी.
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