
डॉक्टरों के पैनल ने कहा कि पोस्टमॉर्टम के बाद यह निष्कर्ष निकला है कि दोनों लड़कियों की मौत दम घुटने से हुई है और इससे पता चलता है कि दोनों ने आत्महत्या की है.
लड़कियाँ फाँसी लगाकर मर जाती हैं – डॉ
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनिंदर सिंह ने बताया कि पुलिस ने वीडियोग्राफी के साथ डॉक्टरों के पैनल की मदद से शवों का पोस्टमार्टम कराया। उन्होंने कहा कि इन लड़कियों की मौत फांसी लगाने से हुई और उनके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं हैं. उन्होंने बताया कि दुष्कर्म की आशंका को देखते हुए स्लाइड बनाई गई है, जिसे जांच के लिए भेजा गया है।
दरअसल, 15 और 18 साल की दो सहेलियां जन्माष्टमी के त्योहार पर घर से मंदिर के लिए निकलीं, लेकिन जिंदा वापस नहीं लौट सकीं. दोनों के शव दो दुपट्टों को जोड़कर बनाए गए फंदे से लटक रहे थे।

दोनों लड़कियां सोमवार रात करीब 10 बजे अपने घर से थोड़ी दूरी पर स्थित मंदिर के लिए निकली थीं, जहां जन्माष्ठमी का कार्यक्रम था. काफी देर बाद जब दोनों वापस नहीं लौटे तो परिवार वालों को शक हुआ और उन्होंने उनकी तलाश शुरू की लेकिन उनका कोई पता नहीं चला.
इधर लड़कियों के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया और शवों का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया. बाद में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे और परिजनों को मामले की शीघ्र जांच का आश्वासन दिया. इसके बाद परिजन अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार हो गये.